Home 2019 February

Archive: February 2019

दीपावली की मंगलमय शुभ कामनाएं।

आपको और आपके परिवार, मित्रों और सहृदयों को दीपावली की मंगलमय शुभ कामनाएं। परब्रह्म स्वरूपिणी महादेवी महालक्ष्मी, आप पर सदा सर्वदा अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखें तथा आपको सिद्धि व् […]
Read more

करवा चौथ व्रत – पत्नी तीर्थ माहात्म्य

एक पत्नीव्रत लिए पति तथा पतिव्रत लिए पत्नी की मान्यता केवल हिन्दू सनातन धर्म विवाह पद्धति में ही पायी जाती है । विश्व के किसी भी अन्य समुदाय या समाज […]
Read more

जन्माष्टमी व्रत पूजा विधि

व्रती को चाहिए की स्नान के पश्च्यात धुले हुए वस्त्र धारण करके आसान पर बैठे आचमन करके स्वस्तिवाचन पूर्वक कलश की स्थापना करे। कलश पर परमेश्वर श्री श्रीकृष्ण का आह्वाहन […]
Read more

जन्म मृत्यु के चक्र से मुक्ति प्राप्त कर मोक्ष प्राप्ति का क्या साधन है?

मनुष्य सर्वदा शारीरिक और मानसिक आदि दुखों से आक्रांत ही रहता हैं। मरणशील तो है ही यदि उसने बड़े श्रम और कष्ट से कुछ धन और भोग प्राप्त कर भी […]
Read more

मृत्यु पश्चात पापी और पुण्य आत्माओं की यमलोक की यात्रा किस प्रकार होती है?

यह क्षण भंगुर संसार चक्र जीवन मरण के प्रवाह रूप से अजर है, निरंतर चलते रहने वाला है । कभी स्थिर नहीं रहता। जन्म के उपरांत मनुष्य बाल्यकाल, कौमार्यवस्था, यौवनावस्था […]
Read more

गंगा जी की की उत्पत्ति कैसे हुई? क्या दक्षिण दिशा में बहने वाली गोदावरी भी गंगा का ही एक रूप या अंश है? अंतिम संस्कार के समय मनुष्य की अस्थियों को उत्तर भारत में गंगा या दक्षिण भारत में गोदावरी में प्रवाहित करने की प्रथा क्यों है?

देवी गंगा जी की उत्पत्ति के विषय में अनेक पौराणिक कथाएं एवं किवदंतियां प्रचलित है। सर्वाधिक प्रचलित कथा श्रीमद वाल्मीकि रामायण में वर्णित है, जिसे महर्षि विश्वामित्र ने श्री राम […]
Read more

सनातन धर्म में काल विभागों तथा चतुर्युगों का विभाजन

पृथ्वी आदि कार्यवर्ग का जो सूक्षतम अंश है जिसका और विभाग नहीं हो सकता तथा जो कार्यरूप को प्राप्त नहीं हुआ है उसे ‘परमाणु’ कहते हैं। दो परमाणु मिलने से […]
Read more

त्रिलोक क्या हैं ? हिन्दू शास्त्रों में तीनों लोकों की क्या व्याख्या या मान्यता है?

हमारे बंधु श्री राजे त्यागी जी ने एक सूक्ष्म एवं महत्वपूर्ण विषय उठाया। जिसके विषय में समाज में ज्ञान का सर्वथा अभाव है: हमें बताया जाता है की लोक तीन […]
Read more

हिन्दू धर्म में काल विभागों तथा चतुर्युगों का विभाजन

पृथ्वी आदि कार्यवर्ग का जो सूक्षतम अंश है जिसका और विभाग नहीं हो सकता तथा जो कार्यरूप को प्राप्त नहीं हुआ है उसे ‘परमाणु’ कहते हैं। दो परमाणु मिलने से […]
Read more

आधुनिक विज्ञान और सनातनधर्म

लेख के प्रारम्भ में हम स्पष्ट करना चाहते है हैं कि लेख का उद्देश्य किसी व्यक्ति विशेष अथवा समुदाय की भावनाओं को आहत करना नाही है। ना ही हमारा उद्देश्य […]
Read more